- Bhagavad Gita Chapter 2 In Kannada Typing
- Bhagavad Gita Chapter 2 In Kannada Telugu
- Bhagavad Gita Chapter 1
- Bhagavad Gita Chapter 2 In Kannada Dubbed
Bhajan Lyrics View All
मेरी विनती यही है राधा रानी, कृपा- Bhagavad Gita 2.55 The Supreme Lord said: O Parth, when one discards all selfish desires and cravings of the senses that torment the mind, and becomes satisfied in the realization of the self, such a person is said to be transcendentally situated. Bhagavad Gita 2.56.
- These are few sample Bhagavad Gita mp3 kannada recitations distributed by ISKCON on account of Gita Jayanthi - The International Society for Krishna Consciousness - which constantly works in propagating Shri Krishna's teachings. Chapter 2 Chapter 3 Chapter 4 Chapter 5 Chapter 6 Chapter 7 Chapter 8 Chapter 9 Chapter 10 Chapter 11 Chapter 12.
Bhagavad Gita As It Is. Why Dhrtarastra had the fear of losing the battle? A) Because the battle was to take place at dharma-ksetra, which is a place of pilgrimage b) Because pandavas were virtuous by nature c) Both a & b d) None of these. BG 4.12: In this world, those desiring success in material activities worship the celestial gods, since material Commentary: Persons who seek worldly gain worship the celestial gods and seek boons from them. The boons the celestial gods bestow are material and temporary,.
मुझे तेरा ही सहारा महारानी, चरणों सेतीनो लोकन से न्यारी राधा रानी हमारी।राधा रानी हमारी, राधा रानी हमारी॥कोई कहे गोविंदा कोई गोपाला,
मैं तो कहूँ सांवरिया बांसुरी वाला ।हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जग में साचे तेरो नाम । हे राम...कोई कहे गोविंदा, कोई गोपाला।
मैं तो कहुँ सांवरिया बाँसुरिया वाला॥किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥राधे मोरी बंसी कहा खो गयी,
Bhagavad Gita Chapter 2 In Kannada Typing
कोई ना बताये और शाम हो गयी,ज़रा छलके ज़रा छलके वृदावन देखो
ज़रा हटके ज़रा हटके ज़माने से देखोशिव कैलाशों के वासी, धौलीधारों के राजा
शंकर संकट हारना, शंकर संकट हारनारंग डालो ना बीच बाजार
श्याम मैं तो मर जाऊंगीहम प्रेम नगर के बंजारिन है
जप ताप और साधन क्या जाने दुनिया से मैं हारा तो आया तेरे दवार,
यहाँ से जो मैं हारा तो कहा जाऊंगा मैंहम हाथ उठाकर कह देंगे हम हो गये राधा
राधा राधा राधा राधाराधे राधे बोल, श्याम भागे चले आयंगे।
एक बार आ गए तो कबू नहीं जायेंगे ॥अरे बदलो ले लूँगी दारी के,
होरी का तोहे बड़ा चाव...जिनको जिनको सेठ बनाया वो क्या
उनसे तो प्यार है हमसे तकरार है ।सुबह सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु,
करते है हम शुरु आज का काम प्रभु,राधे तेरे चरणों की अगर धूल जो मिल जाए
सच कहता हू मेरी तकदीर बदल जाएजग में सुन्दर है दो नाम, चाहे कृष्ण
बोलो राम राम राम, बोलो श्याम श्यामतेरी मुरली की धुन सुनने मैं बरसाने से
मैं बरसाने से आयी हूँ, मैं वृषभानु कीवृन्दावन धाम अपार, जपे जा राधे राधे,
राधे सब वेदन को सार, जपे जा राधे राधे।नी मैं दूध काहे नाल रिडका चाटी चो
लै गया नन्द किशोर लै गया,हो मेरी लाडो का नाम श्री राधा
श्री राधा श्री राधा, श्री राधा श्रीहर साँस में हो सुमिरन तेरा,
यूँ बीत जाये जीवन मेरासत्यम शिवम सुन्दरम
सत्य ही शिव है, शिव ही सुन्दर हैमेरा अवगुण भरा रे शरीर,
हरी जी कैसे तारोगे, प्रभु जी कैसेश्याम हमारे दिल से पूछो, कितना तुमको
याद में तेरी मुरली वाले, जीवन यूँ हीसांवली सूरत पे मोहन, दिल दीवाना हो गया